Volleyball in Hindi वॉलीबॉल नियम हिंदी

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Volleyball-वॉलीबाल के महत्त्वपूर्ण तथ्य ( volleyball ground size )

वॉलीबाल के मैदान का आकार लम्बाई  18 x चौड़ाई 9 मीटर-Volleyball in Hindi
सीमा रेखा की चौड़ाई 5 सेमी.
मध्य रेखा 9 मीटर
आक्रमण रेखा 3 मीटर, दोनों मध्य रेखा से
 पोल या खम्भा50 सेमी. मध्य रेखा के बराबर,(अन्तर्राष्ट्रीय नियम 1 मीटर) साइड लाइन के बाहर 
 जाल या नेट का आकार 10 मी. लम्बा 1 मी. चौड़ा (अन्तर्राष्ट्रीय नियम)
 जाल में बने वर्गों का आकार 10 से.मी. (वर्गाकार)
 जाल की भूमि से ऊँचाई 2 मीटर 43 से.मी. नेट के मध्य से (पुरुष वर्ग)
 जाल की भूमि से ऊँचाई 2 मीटर 24 से.मी. (महिला वर्ग)
 गेंद की परिधि 65 से 67 से.मी. तक
गेंद का भार260 ग्राम से 280 ग्राम तक
प्रत्येक टीम के खिलाड़ियों की संख्या6 - 6 Volleyball in Hindi
स्थानापन्न खिलाड़ियों की संख्या6 - 6
volleyball ground size

वॉलीबॉल की शुरुआत  – Volleyball in Hindi

सन् 1895 में प्रारम्भ हुआ यह खेल अमेरिका के विलियम जी. मार्गन द्वारा पहली बार न्यूयार्क में खेला गया और सन् 1928 में यू.पी.एस.वॉलीबाल एसोसिएशन की स्थापना हुई। द्वितीय विश्वयुद्ध के पश्चात् सन् 1947 में अन्तर्राष्ट्रीय वॉलीबाल संस्था की स्थापना की गई और पहली चैम्पियनशिप सन् 1949 में आयोजित की गई। अभी वॉलीबाल की ओलम्पिक टीमें बन चुकी हैं।

Volleyball in Hindi

भारत में वॉलीबाल के खेल की शुरुआत मद्रास राज्य में हुई। भारत ने पहला मैच सन् 1916 में लाहौर में खेला। इस मैच में जीत के बाद वॉलीबाल के चाहने वालों ने पंजाब के लुधियाना शहर में वॉलीबाल फैडरेशन ऑफ इण्डिया की स्थापना की
इस खेल में ज्यादा महँगे उपकरणों की आवश्यकता नहीं होती इसीलिए हमारे देश में यह खेल गाँवों तक शीघ्रता से फैला तथा बड़े शौक से खेला जाता है।
बॉलीबाल विश्व में काफी लोकप्रिय है। यह खेल अनेक देशों का राष्ट्रीय खेल है।


खिलाड़ी ( volleyball Player)


इस खेल में दोनों टीमों में 6-6 खिलाडी होते हैं। गेंद नेट के पार भेजकर खेल की शुरुआत की जाती है। गेंद विरोधियों के पाले में नेट के पार सीमांकित क्षेत्र के भीतर गिरनी चाहिये। गेंद को इस तरह से पाले में डाली जानी चाहिए कि न तो विरोधी रीम उसे पुनः लौटा सके, न जमीन पर गिरने से रोक सके। इस खेल में तेज-तर्रार तथा लम्बे खिलाड़ी ज्यादा सफल होते हैं।


मैदान ( Ground )


इसमें सीमा रेखा शामिल रहती है। यदि गेंद सीमांकन रेखाओं से बाहर चली जावे या गिर जावे तो आउट मानी जाती है। आक्रमण रेखाएँ किनारा रेखाओं से कितनी ही दूरी तक बड़ी मानी जा सकती है।

वॉलीबाल खेल मैदान की लम्बाई 18 मीटर तथा चौड़ाई 9 मीटर होगी। मैदान की सीमा रेखाओं की चौड़ाई 5 सेमी. होगी। मध्य रेखा 9 मीटर पर अंकित की जायेगी जो मैदान को दो भागों में विभक्त करेगी। मध्य रेखा से दोनों ओर मैदान में 3 मीटर पर आक्रमण रेखा (अटैक लाइन) लगाई जावेगी।


सर्विस एरिया अंकन Service Area Marking


दो लाइनें 15 सेमी. लम्बी और 5 सेमी. चौड़ी और सिरा रेखा 20 सेमी. पीछे और इसके लम्ब दिशा में खींची जाती हैं। सर्विस क्षेत्र का न्यूनतम विस्तार 3 मीटर होता है।
पोल अथवा खम्भाPole Position
मध्य रेखा के बराबर सीध में मैदान से बाहर दोनों ओर पोल साइट लाइन से बाहर 50 से.मी. से 1 मी. पर गाड़े जायेंगे। लेकिन यह ध्यान रखा जाना चाहिए कि पोल से खिलाड़ियों व अम्पायर को किसी तरह की कठिनाई न हो।


Net -वॉलीबॉल के नेट की ऊंचाई


यह 3 फुट 3 इंच या 1 मीटर चौड़ा और 9.50 से 10 मीटर लम्बा होता है। जाली का एक खाना 4 इंच वर्ग का होता है। ऊपरी हिस्सा 2 इंच चौड़ा सफेद केनवास दुहराकर लगाया जाता है।
वर्टीकल साइड मार्कर और लचीली स्टिक ( Vertical Side Marker and Flexible stick Rule )
किनारा रेखाओं और मध्य रेखाओं के वर्टीकल अथवा लम्ब दिशा में दो सरकायी जा सकने वाली टेप लगाई जाती हैं जो 5 से.मी. चौड़ी और सफेद रंग की होती हैं। इन टेपों के समान्तर और बाहर छूते हुए दो लचीली स्टिकें नेट से बाँधी जाती हैं। ये दोनों एक-दूसरे से 9 मी. अर्थात् प्रत्येक वर्टीकल साइड मार्कर के बाहरी किनारे के साथ होती हैं। ये दोनों स्टिके 1 मीटर 80 सेमी. लम्बी होती हैं और व्यास 10 मिलीमीटर होता है। ये टेप व स्टिक नेट का भाग ही माने जाते हैं।


गेंद Ball Size


यह नरम चमड़े की बनी होती हैं। इसके अंदर एक ब्लैडर होता है जिसमें हवा भरी जाती है। इसकी परिधि 65-67 से.मी. के मध्य और वज़न 260-280 ग्राम के बीच होना चाहिए। गेंद का दाब .30 से .33 कि./सेमी. होता है।


खिलाड़ियों की पोशाक Player dress


प्रत्येक दल के खिलाड़ी एक ही रंग की जर्सियाँ और निकर पहनते हैं। प्रत्येक खिलाड़ी की जर्सी के सामने 15 सेमी. और पीछे की ओर 20 सेमी. आकार के नम्बर लिखे होने चाहिए। खिलाड़ी अगर चाहें तो नम्बर लगा एक सूट पहन कर भी खेल सकते हैं। खिलाड़ी नंगे पैर नहीं खेल सकेगा लेकिन विशेष परिस्थिति में रैफरी की इजाजत लेकर नंगे पाँव खेल सकता है। पैरों में रबर या चमड़े के जूते पहने जाते हैं। कोई खिलाड़ी ऐसी वस्तु नहीं पहन सकता जिससे अन्य खिलाड़ी के चोट पहुंचे।


खिलाड़ियों व प्रशिक्षकों का व्यवहार
Behavior of Player and Coach


(1) प्रत्येक खिलाड़ी एवं प्रशिक्षक को नियम की जानकारी के साथ ही उनका दृढ़ता से पालन करना चाहिए।
(2) मैच के दौरान कोई भी खिलाड़ी रैफरी से सीधी बात न कर कप्तान के माध्यम से बात करेगा।
(3) निम्न अपराध करने पर दंड दिया जा सकेगा-
(अ) रैफरी द्वारा दिये गये निर्णय पर बार-बार प्रश्न पूछना।
(ब) रैफरी को अपशब्द कहना।
(स) रैफरी या अम्पायर के निर्णय देने पर अनुचित हरकत करना।
(द) विरोधी खिलाड़ी को अपशब्द कहना या अभद्र व्यवहार करना।
(य) बिना अनुमति के मैदान छोड़ना या अन्दर आना।
उपरोक्त अपराध करने पर निम्नलिखित दण्ड दिये जायेंगे
(अ) पहले अपराध के लिए चेतावनी, दुबारा अपराध करने पर खिलाड़ी को व्यक्तिगत चेतावनी (कार्ड द्वारा) दी जावेगी।
(ब) उससे उसका दल सर्विस का अधिकार खोयेगा।
(स) गम्भीर अपराध पर स्कोर शीट पर चेतावनी दर्ज की जावेगी। इससे अंक व सर्विस का अधिकार खोना पड़ेगा।
(द) यदि उपरोक्त चेतावनी व दण्ड के बाद भी अपराध किया जाता है तो रैफरी खिलाड़ी को एक सेट या पूरे खेल को अयोग्य घोषित कर
सकता है।


खिलाड़ियों का स्थानापन्न ( Substitute Player )


(1) खिलाड़ियों की संख्या मैदान में सभी परिस्थितियों में 6 होगी तथा 6 खिलाड़ी स्थानापन्न के लिए होंगे।
(2) स्थानापन्न होने वाले खिलाड़ी व प्रशिक्षक रैफरी के सामने सीमा रेखा से बाहर बैठेंगे।
(3) स्थानापन्न करने के लिए रेफरी से बातचीत सिर्फ दल का कमान या प्रशिक्षक ही कर सकता है।
(4) एक खेल में अधिक से अधिक खिलाड़ी को स्थानापन किया जा सकता
(5) जब खिलाड़ी प्रतिस्थानापान के रूप में बदला जाता है तो वह फिर उसी सेट में प्रवेश कर सकता है परन्तु ऐसा केवल एक ही बार किया जा सकता है।Volleyball in Hindi
खिलाड़ियों की स्थिति (Player Position )
(1) खिलाड़ी दाएँ से बाएँ इस प्रकार स्थान पर खड़े होते हैं, जरूरी नहीं कि सीधी लाइनों में खड़े हों।

सर्विस करने के बाद खिलाड़ी अपने क्षेत्र के किसी भाग में खड़ा हो सकता है। स्कोर शीट में अंकित रोटेशन के अनुसार उसे सेट के अंत तक प्रयोग में लाना होगा। रोटेशन में त्रुटि का पता चलने पर खेल रोक दिया जाता है। गलती को ठीक किया जाता है। गलती करने वाली टीम द्वारा लिया गया अंक (त्रुटि के समय) को निरस्त कर दिया जाता है।


खेल के नियमVolleyball Rule in Hindi


(1) सभी राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय मैचों में 5 सेट का खेल होता है। राज्य या अन्य स्तर पर व्यवस्था कमेटी के निर्णयानुसार 3 सेट से 5 सेट का खेल होता है।
(2) सर्विस सलेक्शन या क्षेत्र का चुनाव टॉस द्वारा किया जाता है।
(3) प्रत्येक सेट के बाद टीमें अपना पाला बदलेंगी। किन्तु खेल के अन्तिम सेट में 8 पॉइन्ट पर पाला बदला जायेगा परन्तु पाइन्ट वही रहेंगे।
(4) कप्तान या प्रशिक्षक को गेंद मृत (Dead Ball)होने पर ही टाइम आउट किया जायेगा।
(5) कप्तान या प्रशिक्षक को विश्राम या स्थानापन्न के लिए टाइम आउट मांगने का अधिकार होगा।
(6) टाइम आउट के समय खिलाड़ी अपने प्रशिक्षक के अलावा किसी से भी बात नहीं कर सकेगा।
(7) प्रत्येक टीम को विश्राम के लिए दो बार टाइम आउट देय होंगे लेकिन यह अवधि 30 सेकण्ड से अधिक नहीं होगी। लगातार दो बार भी टाइम आउट लिये जा सकते हैं।
(8) दो टाइम आउट ले लेने के बाद तीसरी बार अगर टाइम आउट की माँग करते हैं तो रैफरी कप्तान या प्रशिक्षक को चेतावनी देगा। यदि फिर भी माँग की जाती है तो सम्बन्धित टीम को अंक व सर्विस खोने पड़ेंगे।
(9) किसी खिलाड़ी के घायल हो जाने पर 3 मिनट का स्थगन काल दिया जायेगा।
(10) प्रत्येक सेट के बाद अधिक से अधिक तीन मिनट का विश्राम होगा।
(11) फाइनल्स पाँच सेट के होंगे, जिसमें सभी सेटों का निर्णय टी.टी. के निर्णय की तरह होगा।
(12) यदि किसी कारणवश खेल में बाधा पड़ जावे तो मैच निम्न प्रकार के नियमों से पूरा किया जायेगा-
(अ) खेल उसी क्षेत्र से जारी किया जावेगा जहाँ पर रोका गया है, वही परिणाम रखे जायेंगे जो अंक पूर्व में है।
(ब) यदि खेल में बाधा 4 घण्टे से अधिक न हो तो मैच पुनः उसी स्थिति में होगा जहाँ पर रोका गया था।
(स) मैच को किसी अन्य जगह कराया जावे तो जिस सेट में खेल रुका हो उस सेट को निरस्त कर खेल शुरू होगा लेकिन इससे पहले के सेट के परिणाम यथावत् रहेंगे।


सर्विस ( Service Rule)


रैफरी की सीटी के बाद पीछे की लाइन के बाद कोई भी खड़ा होकर या दौड़कर सर्विस कर सकता है। (पहले सर्विस के लिए निश्चित स्थान था। अब परिवर्तन के बाद सन् 1994 के अनुसार ऐसा नहीं है।) सर्विस करने वाले खिलाड़ी को गेंद को हवा में उछाल कर अपनी खुली व बन्द मुट्ठी से गेंद को इस तरह मारना होगा कि वह विरोधियों के पाले में चली जावे। खिलाड़ी की सर्विस तब तक जारी रहेगी जब तक वह स्वयं या उसके टीम के खिलाड़ी गलती न कर दें।
(अ) सर्विस की त्रुटियाँ– किसी भी सर्विस की त्रुटि पर रैफरी सीटी बजाकर सर्विस बदलने का आदेश देगा। गेंद जाल के नीचे से निकल जावे, गेंद
नेट पार न हो सके, गेंद विपक्षी के पाले में जाने के पहले किसी खिलाड़ी या वस्तु को छू ले।
(ब) उत्तरवर्ती सर्विस– प्रत्येक नये क्षेत्र के बाद वह टीम सर्विस करेगी जिसने पहले सेट में सर्विस न की हो। अन्तिम तथा निर्णायक सेट में सर्विस का फैसला टॉस द्वारा किया जायेगा।


गेंद को सही हिट करना Ball Hit Rule


(अ) प्रत्येक टीम विपक्षी के मैदान में गेंद पहुँचाने के लिए 3 स्पर्श कर सकेगी।
(ब) गेंद पर शरीर के किसी भी भाग से प्रहार किया जा सकता है। इसका मतलब यह नहीं कि कोई खिलाड़ी हर बार गेंद को अपने सिर से मारकर भेजने का प्रयास करे। आशय यह है कि शरीर के किसी भी हिस्से में लगने पर फाउल नहीं है।
(स) गेंद को किसी भी प्रकार से पकड़ना फाउल होगा।
(द) गेंद किसी खिलाड़ी के बाँहों या हाथों में कुछ क्षण के लिए ठहर जावे, तो ऐसी अवस्था में गेंद पकड़ने की श्रेणी में आवेगी।
(य) गेंद को लुढ़काना, घसीटना, पकड़ना फाउल की श्रेणी में माने जावेंगे।
(र) गेंद को किसी भी खिलाड़ी द्वारा एक बार से दूसरी बार छू लेने पर फाउल माना जावेगा।


ब्लाकिंग ( Blocking Rule )


यह वह प्रक्रिया है जिससे गेंद के जाल पर से गुजरते ही पेट के ऊपर के शरीर के किसी भाग द्वारा तुरन्त विरोधी के आक्रमण को रोकने की कोशिश की जाती है।
(अ) ब्लाकिंग केवल आगे वाली पंक्ति में खड़े खिलाड़ियों द्वारा ही की जाती है। पीछे की पंक्ति के खिलाड़ियों को ऐसा करने की आज्ञा नहीं होती।
(ब) ब्लाकिंग के पश्चात् ब्लाक करने वाला खिलाड़ी पुनः गेंद प्राप्त कर सकेगा।
(स) ब्लाकिंग के दौरान जाल के ऊपर से हाथ पार कर के विरोधी क्षेत्र में गेंद का स्पर्श कराना त्रुटि नहीं माना जावेगा लेकिन गेंद का स्पर्श बाद में हो।
(द) आक्रमण के बाद हाथ जाल पर ले जाना गलत नहीं होगा।Volleyball in Hindi


केन्द्रीय रेखा पार करना ( Cross center Line Rule )


(अ) किसी भी खिलाड़ी की खेल के दौरान शरीर के किसी भी भाग को विरोधी क्षेत्र में ले जाने, चले जाने को त्रुटि माना जावेगा।
(ब) जाल के नीचे से पार होना, विरोधी खिलाड़ी का ध्यान भंग करने के लिए जाल के नीचे की भूमि को पार करना त्रुटि माना जायेगा।
(स) रेफरी की सीटी के पहले ही विरोधी के क्षेत्र में प्रवेश करना त्रुटि माना जावेगा।Volleyball in Hindi

खेल से बाहर गेंद


(अ) यदि खेल मैदान की सीमाओं से बाहर गिरती है तो।
(ब) यदि जाल पर लगे साइड मार्कर के बाहर जाल को छूती हुई गेय जाने पर।
(स) रेफरी की सीटी पर गेंद मृत (Dead Ball) समझी जायेगी।


खेल का परिणाम Game Result Rule


(अ) किसी टीम में खिलाड़ी द्वारा जाल के ऊपर से गेंद विरोधी के पाले में ठीक ढंग से नहीं पहुंचाई जावे तो अंक व सर्विस का लाभ विरोधी को देय होगा।
(ब) जब एक टीम कम-से-कम पच्चीस अंक प्राप्त करने में सफल हो जाये तो वह विजयी होती है। लेकिन यदि स्कोर 24-24 हो तो खेल 26-24, 27- 25 पर समाप्त होगा। पाँचवाँ सेट 15 अंकों का होगा। यदि 14-14 हो जाने तो 2 अंक के अंतर से जीत मानी जावेगी। अन्तिम पाँचवें सेट में दो अंकों का अन्तर अनिवार्य होगा।
फाउल Foul RuleVolleyball in Hindi
निम्नांकित स्थिति में फाउल मानकर टीम सर्विस व अंक खो सकती है-Volleyball in Hindi

  1. विरोधी टीम के पाले के ऊपर गेंद को स्पाइक करने पर।
  2. खिलाड़ी नेट के लम्ब तट को पार कर विरोधी के मैदान को स्पर्श करे। विरोधी के खेल में रुकावट डाले।
  3. गेंद जमीन पर जा गिरती है।
  4. टीम लगातार तीन से अधिक बार स्पर्श कर ले।
  5. गेंद खिलाड़ी से दो बार लगातार छू जाती है।
  6. सर्विस के समय खिलाड़ी अपने स्थान पर न हो।
  7. गेंद को पकड़ा या अकेला खेला जाय।
  8. खिलाड़ी नेट को छू लेता है।

वॉलीबाल प्रतियोगिताएँ ( Volleyball Cup )

  1. एशिया कप 2.विश्व कप 3.फैडरेशन कप 4 ग्राण्ड चैम्पियन्स कप 5.पूर्णिमा ट्रॉफी (राष्ट्रीय महिला) 6.इटेलियन कप 7.हेमबर्ग ओपन 8 न्यूजीलैण्ड ओपन 9 कनाडा ओपन 10.इण्डिया स्वर्ण कप 11.सुपर चैलेन्ज कप 12.इन्दिरा एस. प्रधान ट्रॉफी 13 .राष्ट्रीय कप
    वॉलीबाल के लिए अर्जुन पुरस्कार प्राप्त भारतीय
    प्लाना स्वामी
    कुट्टी कृष्ण
    श्याम सुंदर राव
    रमना राव
    भारत के प्रसिद्ध खिलाडीVolleyball in Hindi
    सुखपाल सिंह
    दलेल सिंह
    रविकांत रेड्डी
    आशीष अरोड़ा —volleyball Organization England

Geography GK in Hindi-सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी भूगोल