Parsi Dharm पारसी धर्म का History ,God, Population ,famous Person

पारसी धर्म Parsi Religion ( Dharm) का इतिहास History ,God, Population ,famous people ,Richest उद्योगपति के बारे में जानकारी 

पारसी धर्म  Parsi Dharm / Religion इतिहास

(Parsi)पारसी- भारत का पश्चिम एशिया के देशों से अत्यन्त घनिष्ठ सम्बन्ध प्राचीनकाल से ही था। संस्कृत के अनेक शब्द पारसी से मिलते-जुलते हैं।

उदाहरण के लिए, संस्कृत के सप्ताह, सोम, असुर, सरस्वती और सिन्धु को पारसी में क्रमशः

हफ्ता, होम, अतुर, हरहवती और हिन्दू कहा जाता है।

1400 ई० पूर्व के बोगजकोई (पश्चिम एशिया) के एक शिलालेख से फारसी और भारत के घनिष्ठ सम्बन्धों की जानकारी प्राप्त होती है।

इस शिलालेख में मिटानी, हिट्टाइट्स के सम्बन्धों का विवरण है। शिलालेख में अनेक देवी-देवताओं के नामों का विवरण दिया गया है।

जिन देवी-देवताओं का इस शिलालेख में वर्णन है वे वैदिक देवताओं सूर्य, वरुण, इन्द्र आदि से मिलते-जुलते हैं क्योंकि प्राचीन फारस एवं प्राचीन भारत के ये देवता आपस में मिलते-जुलते हैं

इसलिए कुछ इतिहासकार यह मत व्यक्त करते हैं कि दोनों देशों के लोग कभी एक साथ रहे होंगे और वहीं से उनकी दो शाखाएँ हो गयीं।

एक शाखा भारत की ओर चली गयी और दूसरी फारस (ईरान) की ओर। भारत आने वाली शाखा के पारसी प्रजाति के लोग पंजाब और गन्धार में बस गये।


पारसी प्रजाति के लोगों का भारत पर प्रभाव इससे भी सिद्ध होता है कि उत्तर पश्चिम भारत में लिखी और पढ़ी जाने वाली खरोष्ठी भाषा पारसी प्रजाति की ही देन है।

पारसी लोग सिन्धु नदी घाटी के लोगों को “हिन्दू” कहने लगे।

कालान्तर में यह नाम उत्तर भारत में आर्यों के हेतु विदेशियों द्वारा प्रयुक्त होने लगा। इसी कारण भारतीय आर्य “हिन्दू” कहे जाने लगे।

Parsi God पारसियों के ईश्वर

ये लोग अग्नि को पवित्र मानकर उसकी पूजा करते हैं ।इनका पूजा स्थल अग्नि मंदिर या आतासगाह होता है ।

इनके इष्ट देव आहुरा माजदा नाम से  जाना जाता है ।

इनमे देवताओं के दूत जरथुश्ट्र माने जाते है एवं इनके द्वारा बताये गए नियमो को पारसी धर्मावलंबी अनुसरण करते है ।

यह धर्म Zoroastrianism भी कहलाता है । इनका पवित्र ग्रन्थ जेंड अवेस्ता है ।

इस धर्म के संस्थापक जोरोस्टर को माना जाता है ।

जो मेदिया नामक स्थान में 660 ई.पू.में जन्मे थे यह स्थान अब आधुनिक ईरान में है ।

यह धर्म का उदय लगभग  500 ई.पू. में हुआ माना जाता है ।

इनका आगमन भारत में आठवी शताब्दी  के लगभग माना जाता है ।

Parsi festival पारसी त्यौहार 

इनका प्रमुख त्यौहार नवरोज है ।

यह पारसी कैलेंडर के हिसाब से वर्ष का पहला दिन होता है । इस वजह से इसे धूमधाम से मनाया जाता है ।

यह लगभग 3000 वर्ष से पहले शुरू किया गया परंपरा है ।

इसे जमशेद इ नवरोज भी कहा जाता है जमशेद पारसी राजा है जिसने इस पारसी कैलेंडर को बनवाया था ।

Parsi Population in India भारत में पारसी धर्म Parsi Dharm की जनसँख्या 

भारत  में लगभग साठ हजार की आबादी पारसी समुदाय की है जो प्रतिशत में दशमलव  के अंको में है ।

2011 की जनगणना में 57264 कुल  आबादी थी  जिसमे 28115 पुरुष व 29149 महिलाएं थी ।

जनगणना की रिपोर्ट बताती है की 1971के बाद इनकी आबादी गिरावट दर्ज किया जा रहा है ।

महाराष्ट्र में पारसी समुदाय की आबादी सबसे ज्यादा है उसके पश्चात् गुजरात आता है ।

दिल्ली शहर में बहुमुस्किल 250 के आसपास लोग होंगे ।

famous Persian in India भारत में  प्रसिद्ध पारसी 

बोमन ईरानी -बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता बोमन ईरानी पारसी समुदाय से आते है ।

फिरोज गाँधी -पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी के पति फिरोज गाँधी पारसी समुदाय के थे ।

जुबेन ईरानी – स्मृति ईरानी पूर्व मानव संसाधन विकास मंत्री के पति जुबेन ईरानी पारसी है ।

Richest Persian in India भारत में  प्रसिद्ध पारसी उद्योगपति 

रतन टाटा – भारत में सबसे बड़ी कंपनी  ऑटोमोबाइल Tata सबसे बड़ी भारतीय कंपनी में से एक है।

 इसके अलावा Tata Steel , चिकित्सा व प्रोद्योगिकी के क्षेत्र में कार्यरत ,रतन टाटा एक मशहूर उद्योगपति हैं ,इनके कम्पनी है –

Tata कंसल्टेंसी सर्विस ,Tata मोटर ,जगुवार लैंड रोवर एयरलाइन ,Taley Tea ।

Cyrus मिस्त्री -भूमि विकास ,कंस्ट्रक्शन ,उर्जा से सम्बंधित व्यपार है  एस पी रियल स्टेट ,एस पी इन्फ्रा ,यूरेका फोर्ब्स कंपनी 

नुस्ली वाडिया– कपड़ा ,जायदाद ,फ़ूड ,स्वास्थ्य के क्षेत्र में कार्यरत है इनके प्रमुख कंपनी हैं -बॉम्बे डाइंग ,ब्रिटानिया,गो एयरलाइन 

गोदरेज -होम एप्लायंसेज व होम केयर से सम्बंधित क्षेत्र में कार्यरत है मशहूर कंपनी है –

गोदरेज कंसुमर प्रोडक्ट्स ,गोदरेज प्रॉपर्टीज ,गोदरेज इंडस्ट्री  है इसके अलावा पूनावाला भी प्रमुख उद्योगपति है ।

विश्व के प्रमुख धर्म एवं उनकी विशेषताएं लिखिए