Parker Solar Probe kya Hai कुछ महीने पहले काफी चर्चा में रहा जिसमे नासा अंतरिक्ष अनुसन्धान केंद्र के Parker Solar Probe ने सूरज के बाहरी कोरोना में प्रवेश करने में सफलता प्राप्त कर लिया था । सूरज के कोरोना में पहुंचने वाली यह पहली मानव निर्मित अंतरिक्ष यान ( Space Shuttle ) है ।
Fact-Parker Solar Probe पार्कर सोलर प्रोब क्या है ?
इस Parker Solar Probe को सूरज का अध्ययन करने के लिए 12 अगस्त, 2018 को नासा द्वारा प्रक्षेपित किया गया था। वर्तमान में सूरज की सतह से इसकी दूरी करीब 79 लाख किलोमीटर है, इसके सबसे निकट पहुंचने में इस यान को लगभग तीन साल का समय अभी और लगने वाला है
इस यान की गति लगभग 69000 प्रति घंटे की रफ़्तार से गति करते हुए जा रहा है यह मानव इतिहास की एक बड़ी घटना है
इसका नाम Parker Solar Probe plus भी है
इसका वजनप्रक्षेपण के समय लगभग 685 किलो ग्राम था ।
यह यान अपनी यात्रा के दौरान बुध ग्रह की कक्षा से होकर गुजरेगा और अपने पथ पर आवश्यक गति प्राप्त करने के लिए शुक्र ग्रह के गुरुत्वाकर्षण शक्ति का भी उपयोग करेगा। इस दौरान यह यान कई बार कोरोना से होते हुए 2025 में सूर्य से 61.6 लाख किलोमीटर की निकटतम दूरी तक पहुंचेगा।
ज्ञात है कि सूर्य का वायुमंडल जिसे कोरोना भी कहा जाता है, का तापमान लगभग 11 लाख डिग्री सेल्सियस (करीब 20
लाख डिग्री फॉरहेनहाइट) होता है। वैज्ञानिकों ने लाखों डिग्री के इस तापमान से यान को बचाने के लिए विशेष तकनीक वाली कार्बन कंपोजिट हीट शील्ड्स (कार्बन से जुड़ी हुई सुरक्षा कवच ) का उपयोग किया है।
पार्कर सोलर प्रोब, सूरज से संबंधित तीन मुख्य गुत्थियों को सुलझाने में मददगार होगा, पहला वायुमंडल दूसरा- सूर्य मैग्नेटिक फील्ड (चुम्बकीय क्षेत्र ) और तीसरा – सूर्य से निकलने वाले आवेशित कण के बारे में जानकारी प्राप्त करना ।
Faq
पार्कर सोलर प्रोब सूर्य के कितना करीब है?
उत्तर -मार्च 2022 में लगभग 5 million miles यानि सूरज से पचास करोड़ मील
सूरज को छूने वाला अंतरिक्ष यान कौन सा है
उत्तर – पार्कर सोलर प्रोब