Physics in Hindi Gk भौतिक विज्ञान संबंधी पूछे जाने वाले महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर

आज हम परीक्षा उपयोगी भौतिक विज्ञान( basic physics in hindi gk facts ) के सामान्य जानकारी के बारे में जानेगे। यदि आप एक बार दुहरा ले तो निश्चित ही आपको उचित लाभ होगा।

भौतिक विज्ञान संबंधी पूछे जाने वाले महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर | Physics in Hindi Gk

भौतिक राशियाँ दो प्रकार की होती है- सदिश (Vector) एवं अदिश (Scalar). 

सदिश राशि में परिमाण के साथ दिशा भी होती है, जैसे- संवेग, विस्थापन, त्वरण, भार, बल, दिशा आदि.

 अदिश राशि में परिमाण तो होता है परन्तु दिशा नहीं जैसे- लम्बाई, घनत्व, गति, आयतन, क्षेत्रफल, द्रव्यमान आदि.

general Physics in hindi

 सामान्य नियम के अनुसार कोई भी द्रव या गैस अधिक दाब से कम दाब की ओर प्रवाहित होती है.

 हाइड्रोजन से भरा हुआ गुब्बारा जैसे-जैसे वायुमण्डल में ऊँचाई की ओर जाता है वैसे-वैसे उसके आमाप में वृद्धि होती जाती है क्योंकि ऊँचाई बढ़ने के साथ वायुमण्डल के घनत्व में कमी आती है।

ऊँचाई बढ़ने  के  साथ वायुमण्डलीय दाब कम होते जाने के कारण जल का क्वथनांक भी घटता जाता है.

 वायुदाब में कमी के कारण हवाई जहाज से यात्रा करते समय पेनमें स्याही निकलने लगती है.

 शीशे की छड़ जब भाप में रखी जाती है, इसकी लम्बाई बढ़ जाती है, परन्तु इसकी चौड़ाई अव्यवस्थित होती है .

 पानी जमने पर उसके आयतन मे वृद्धि होती है। इस कारण पानी से भरी बोतल के पानी के जमने पर उसका आयतन बढ़ेगा और डॉट लगी हुई बोतल टूट जायेगी।

Hindi Physics- basic physics in hindi gk facts

 यदि एक जहाज नदी से समुद्र में प्रवेश रता है तो वह ऊपर उठ जायेगा.

 लोहे  की कील पारे पर तैरती है, जबकि पानी में डूब जाती है क्योंकि लोहे का घनत्व पानी से अधिक है पर पारे से कम.

 बादलों के वायुमण्डल में तैरने का कारण उनका कम घनत्व है. 

वस्तु की मात्रा बदलने पर घनत्व अपरिवर्तित रहेगा जबकि आयतन, भार, द्रव्यमान परिवर्तित हो जाएगा.

Basic Knowledge- basic physics in hindi gk facts

 जल का वाष्प में परिवर्तन भौतिक परिवर्तन है.

भाप से हाथ अधिक जलता है, अपेक्षाकृत उबलते जल से क्योंकि भाप में गुप्त उष्मा होती है. 

वायुदाब मापी की रीडिंग में अचानक गिरावट इस बात का संकेत है कि मौसम तूफानी होगा. 

ऊंचाई की जगहों पर पानी 100° सेन्टीग्रेड के नीचे के तापमान पर उबलता है क्योंकि वायुमण्डलीय दबाव कम हो जाता है, अतः उबलने का बिन्दु नीचे आ जाता है. पदार्थ के संवेग एवं वेग के अनुपात से द्रव्यमान प्राप्त होता है.

भौतिक विज्ञान महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर- basic physics in hindi gk facts

 

 गेंद जितनी अधिक ऊंचाई पर जायेगी प्रक्षेप उतना ही छोटा होगा. अधिकतम प्रक्षेप के लिए प्रक्षेप कोण 45 डिग्री  होना चाहिए.

 वाशिंग मशीन में कपड़ों को वृत्ताकार पथ में तेज गति से घुमाने पर पथ के केन्द्र से बाहर की ओर अपकेन्द्रण बल कार्य करता है. जिससे कपड़ों से मैल निकलती है तथा कपड़ा जल्दी सूख जाता है.

 लकडी, लोहे व मोम के समान आकार के टुकड़ों को समान ऊंचाई से पृथ्वी पर गिराया जाता है तो सभी टुकड़े साथ-साथ पृथ्वी की सतह पर पहुंचेंगे. 

पलायन वेग ऐसी गति होती है, जिसमें कोई पिण्ड किसी ग्रह के गुरूत्वाकर्षण सीमा से परे जा सकता है. पृथ्वी का पलायन वेग 11.2किमी/सेकण्ड है. 

लोलक घड़ियाँ गर्मियों में सुस्त हो जाती हैं क्योंकि लोलक की लम्बाई बढ़ जाती है जिससे इकाई दोलन में लगा हुआ समय बढ़ जाता है.

एक अश्व शक्ति बराबर होता है-746 वाट

आपेक्षिकता सिद्धांत (रिलेटिविटी थ्योरी) 

‘निरपेक्ष गति’ तथा निरपेक्ष त्वरण’ का अस्तित्व असंभव है. आइंस्टीन प्रणीत आपेक्षिकता सिद्धांत के दो भाग है : 

1. विशिष्ट आपेक्षिकता सिद्धांत और (physics in Hindi)

2. सामान्य आपेक्षिकता सिद्धांत।

जब लिफ्ट त्वरित गति से ऊपर जा रही हो तब लिफ्ट में बैठे हुए व्यक्ति को अपना भार अधिक मालूम पड़ेगा.

बर्फ में सड़क की अपेक्षा घर्षण कम होता है इसलिए सड़क पर चलने की अपेक्षा बर्फ पर चलना कठिन है.

 जब एक पत्थर को चांद की सतह से पृथ्वी पर लाया जाता है तो इसका भार बदल जाएगा परन्तु द्रव्यमान में कोई परिवर्तन नहीं होता. 

किसी वस्तु का भार विषुवत रेखा की अपेक्षा ध्रुवों पर अधिक होता है। इसलिए 0 डिग्री अक्षांश से बढ़ते हुए अक्षांश की तरफ जाने पर किसी वस्तु का वजन बढ़ता जाता है।

 गुरूत्वाकर्षण के सार्वभौम नियम के प्रतिपादक न्यूटन हैं. 

ऊर्जा संरक्षण का मूलभूत सिद्धांत है- ऊर्जा का न तो सृजन होता है और न ही विनाश,

 सौर ऊर्जा सूर्य से प्राप्त होती है.  वैकल्पिक ऊर्जा का सबसे बड़ा संग्रहकर्त्ता है. सौर ऊर्जा है

Hindi Physics – basic physics in hindi gk facts

 

सूर्य की ऊर्जा हाइड्रोजन के नाभिकीय संलयन द्वारा उत्पन्न होती है. 

तारे अपनी ऊर्जा नाभिकीय संलयन व गुरूत्वीय संकुचन से प्राप्त करते हैं.

 सौर सेल कृत्रिम उपग्रह को विद्युत ऊर्जा प्रदान करते हैं. 

ऊनी वस्त्र गर्म रखते हैं क्योंकि ऊनी वस्त्रों के रेशों के मध्य भरी हुई वायु उष्मा की कुचालक होती है.

 प्रेशर कुकर में खाना कम समय में पकता है, क्योंकि अधिक दाब के कारण उबलते पानी का ताप(क्वथनांक) बढ़ जाता

सेंटीग्रेट और फैरनहाइट तापक्रम -40 अंश पर एक ही रहते हैं.

100 डिग्री से. पर जल की तुलना में 100 डिग्री से. पर वाष्प में ऊष्मा अधिक होती है।

4 अंश से. के ताप पर पानी का घनत्व सर्वाधिक होता है.  हवा के ताप, नमी, आर्द्रता, संचार नियंत्रण की विधि को वातानुकूलन कहते हैं. 

 ठंड के दिनों में लोहे के गुटके और लकड़ी के गुटके को प्रातःकाल में छूने पर लोहे का गुटका ठंडा लगता है, क्योंकि लकड़ी की तुलना में लोहा उष्मा का अच्छा चालक होता है.

किसी भी द्रव की खुली सतह में कम से कम क्षेत्रफल घेरने की प्रवृत्ति रहती है, जिसे पृष्ठ तनाव कहते हैं। 

हिंदी में जानकारी

 पृष्ठ तनाव के कारण वर्षा की बूंदें गोलाकार होती है.

तेल जल के तल पर फैल जाता है, क्योंकि तेल का पृष्ठ तनाव, पानी से कम है. 

 पृष्ठ तनाव के कारण बत्ती वाले स्टोव में कैरोसिन बत्ती के ऊपर चढ़ता है.

दीर्घ तरंग दैर्ध्य वाले प्रकाश का प्रकीर्णन लघु तरंग दैर्ध्य वाले प्रकाश से कम होता है.

 तरंगों में रेडियो तरंगों की तरंग लम्बाई सबसे अधिक होती है.

 दूरदर्शन के संकेत एक निश्चित दूरी के बाद नहीं मिल सकते क्योंकि पृथ्वी की सतह वक्राकार है.

 अन्तरिक्ष यात्री को आकाश काला दिखाई देता है.

Question Facts

एक छड़ी को जल में तिरछी स्थिति में डुबोया गया है. यदि बगल से देखा जाए, तो छड़ी छोटी और जल का सतत पर झुकी हुई प्रतीत होती है. ऐसा प्रकाश के अपवर्तन के कारण होता है.

 रेगिस्तान में वायु गर्म होकर ऊपर उठती है जिससे नीचे की वायु  विरल एवं ऊपर सघन माध्यम का निर्माण करती है। किरणें जब सघन से विरल वायु में प्रवेश करती है तो उनका पूर्ण आन्तरिक परावर्तन होता है और थल के स्थान पर जल का भ्रम होता है। इसे ही मृग मरीचिका (Mirage) कहा जाता है. पूर्ण आंतरिक परावर्तन वस्तुतः अपवर्तन की ही विशिष्ट घटना है. 

विकिरण के कारण साफ रात मेघीय रातों की अपेक्षा अधिक ठंडी होती है.

साबुन के पतले झाग में चमकदार रंगों का बनना बहुलित परावर्तन और व्यतिकरण का परिणाम है. 

 पानी में हवा का बुलबुला वैसे ही काम करेगा जैसे अवतल लेंस करता है.

खतरे के संकेतों के लिए लाल प्रकाश का प्रयोग किया जाता है क्योंकि इसका प्रकीर्णन सबसे कम होता है.

Physics in Hindi

 

 प्रकाश तन्तु (Optical Fiber) पूर्ण आंतरिक परावर्तन के सिद्धान्त पर आधारित है, प्रकाश तन्तु संचार तंत्र में ऊर्जा उपयोग बहुत कम होता है. यह रेडियो आवृत्ति अवरोध से मुक्त होता है.

 कार चलाते समय अपने पीछे के यातायात को देखने के लिए उत्तल दर्पण (Convex Mirror) का उपयोग करते हैं.

 आकाश नीला प्रतीत होता है, क्योंकि वातावरण में वायु के कण सूर्य की किरणों को प्रकीर्णित करते हैं.

 हीरे का अपवर्तनांक बहुत अधिक 2.42 होने के कारण इसका क्रान्तिक कोण कम होता है. इसलिए हीरे के अंदर प्रकाश का पूर्ण आंतरिक परावर्तन होता है और हीरा हमें चमकदार दिखाई पड़ता है. 

माध्यम में धूल व अन्य सूक्ष्म कणों से प्रकाश के गुजरने पर विभिन्न दिशाओं में प्रसारित होने की क्रिया को प्रकीर्णन (Scattering) कहते हैं.

 

 किसी अपारदर्शी वस्तु का रंग उस रंग के कारण होता है जिसे वह परावर्तित करती है. 

सूर्य से पृथ्वी तक प्रकाश आने में लगभग 8. 1 मिनट लगता है. 

सबसे कम तरंगदैर्ध्य बैगनी एवं सर्वाधिक लाल रंग का है. स्पेक्ट्रम (VIBGYOR) बढ़ते तरंगदैर्ध्य पर आधारित है.

नीला, हरा और लाल तीन रंग मूल रंग हैं. 

 

Basic Physics In Hindi

 

 एक रंगीन टेलीविजन में रंग तीन आधारभूत रंगों लाल, हरा तथा नीला के मिश्रण से बनता है. 

 लघु तरंग दीर्घ तरंगों की अपेक्षा वायुमण्डल द्वारा अधिक प्रकीर्ण होती है अतः आकाश नीला दिखता है. 

 दाढ़ी बनाने के लिए अवतल दर्पण (Concave Mirror) प्रयुक्त होता है. 

पढ़ने में काम आने वाले ग्लासेस उत्तल लेन्स से बनते हैं.

मेघाच्छादित रातों में, पृथ्वी से परावर्तित की गयी ऊष्मा को मेघों द्वारा पृथ्वी की ओर पुनः परावर्तित कर दी जाती है

जिससे मेघाच्छन्न रातें गरम रहती हैं. 

 वायुमण्डल में प्रकाश के विसरण या प्रकीर्णन का मुख्य कारण धूलि-कण एवं जल-वाष्प है.

रमन प्रभाव का प्रकाश की उन किरणों से संबंध है जो सभी पारदर्शी माध्यम के आरपार जाती है. 

जब लाल, नीले तथा हरे, प्रकाश का पुंज एक स्थान पर पड़ता है तब प्रकाश का रंग सफेद हो जाता है. 

जब दो समानान्तर दर्पणों के बीच कोई वस्तु रख दी जाती है तो बनने वाले प्रतिबिम्बों की संख्या अनन्त होती है. 

टेलीविजन के रिमोट कंट्रोल में अवरक्त प्रकाश तरंगों का उपयोग होता है.

 निर्वात से ध्वनि पार नहीं जा सकती है. ध्वनि याँत्रिक तरंगें हैं इसके गमन, के लिए माध्यम आवश्यक है.

Basic Physics In Hindi

अलग-अलग ध्वनि प्रबलता सामान्यतः निम्नानुसार होती है

सुनाई भर देने वाली आवाज 15-20 डेसीबल,

 सामान्य वार्तालाप 40-60 डेसिबल,

शोर शराबे वाली गली 90 से 95 डेसीबल तथा

यंत्र कारखाना 100-105 डेसीबल.

– मंद फुसफुसाहट30db

सामान्य बातचीत 60db 

व्यस्त यातायात 70 db 

औसत फैक्टरी 80db

80 db से अधिक प्रबल शोर शरीर के  लिए कष्टदायक होता है।

 मनुष्यों के लिए ध्वनि की सह सीमा करीब-करीब 85-90 डेसीबल्स होती है.

 तापमान एवं आर्द्रता के बढ़ने पर वायु में ध्वनि का वेग बढ़ता है.

 ट्रांसफार्मर से विद्युत वोल्टेज को बढ़ाया या घटाया जाता है 

टरबाइन व डाइनेमो से बिजली प्राप्त करने में मेकेनिकल ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित करते हैं.

 100 वाट का बिजली का बल्ब यदि 10 घण्टे जले तो 1 इकाई बिजली खर्च होगी. (100 X 10 = 1000)

 

Physics Basic Fact

 

 

 मेन्ज विद्युत प्रदाय में फ्यूज का प्रयोग एक सुरक्षा युक्ति के रूप में होता है. इसमें लगे तार का प्रतिरोध उच्च एवं गलनांक निम्न होना आवश्यक है ताकि यदि अधिक धारा प्रवाहित होती हो तो यह पिघल कर धारा अवरूद्ध कर दे और उपकरण सुरक्षित रहे. 

अर्ध चालक की चालकता शून्य डिग्री केल्विन ताप पर शून्य होती है.

 तड़ित चालक आवेश को पृथ्वी तक भेज देते हैं जिससे इमारतों का बिजली से बचाव होता है.

 फेरोमैग्नेटिक पावडर से टेप रिकार्डर की टेप लेपित रहती है.

परमाणु बम का कार्यकारी सिद्धान्त यूरेनियम का नाभिकीय विखण्डन है और हाइड्रोजन बम का कार्यकारी सिद्धान्त नाभिकीय संलयन है. 

भारी अणुओं को तोड़ कर हल्के परमाणु भार के परमाणुओं के निर्माण की प्रक्रिया विखण्डन है। 

दो न्यूक्लियस मिलकर बड़े नाभिक निर्माण की प्रक्रिया संलयन (Fusion) कहलाती है, सूर्य की उर्जा का स्त्रोत यही प्रक्रिया

नाभिकीय रियेक्टर और परमाणु बम में प्रमुख अंतर यह है कि नाभिकीय रियेक्टर में श्रृंखला का अभिक्रियान्वयन नियंत्रित होता है. जबकि परमाणु बम में श्रृंखला अभिक्रिया नियंत्रित नहीं होता है।

 ड्यूटेरियम ऑक्साइड को भारी जल (Heavy Water) कहते हैं. 

रेडियोधर्मी पदार्थ अल्फा, बीटा, एवं गामा किरण उत्सर्जित करता है. 

Physics in Hindi

किसी परमाणु नाभिक का आइसोटोप वह नाभिक है, जिसमें प्रोटॉनों की संख्या वही होती है, परन्तु न्यूट्रॉनों की संख्या भिन्न होती है.

न्यूक्लीयर रिएक्टर में शीतलक (Coolant) के रूप में द्रव-सोडियम एवं भारी पानी का प्रयोग किया जाता है.

 थोरियम, प्लूटोनियम तथा यूरेनियम परमाणु ईधन है. 

परमाणु रिएक्टर आणविक भट्टी है. 

पहले जनरल परपस इलेक्ट्रानिक कम्प्यूटर के निर्माण का श्रेय जे.पी. एकर्ट एवं मोसले को जाता है जिन्होंने ENIAC का निर्माण किया

Physics

कम्प्यूटरों की स्मृति को सामान्यतः किलोबाइट, मेगाबाइट या गीगाबाइट के रूप में व्यक्त किया जाता है.

 बाइट आठ बिट (द्वि-आधारी अंक 0 एवं 1) से बनता है. 

लेसर बीम के द्वारा सीडी में ध्वनि का पुनरूत्पाद, चित्र, डाटा संग्रह आदि किया जाता है.

जब एक सीडी (आडियो एवं वीडियो प्रणालियों में प्रयुक्त होने वाली कॉम्पैक्ट डिस्क) को सूर्य के प्रकाश में देखा  जाता है तो परावर्तन, विवर्तन के कारण इन्द्रधनुष के समान रंगीन दिखाई पड़ती हैं.

 एक चलचित्र में पूरी फिल्म में एक सिरे से दूसरे सिरे तक सामान्यतः 24 फ्रेम प्रति सेकंड प्रक्षेपित किये जाते  है .

 परम भारत द्वारा विकसित सुपर कम्प्यूटर का नाम है.पुणे के ‘सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ एडवांस कम्प्यूटिंग’ नामक संस्था ने भारत के पहले सुपर कम्प्यूटर परम’ का निर्माण किया. 

कम्प्यूटर वायरस विद्वेषपूर्ण कार्यक्रम होते हैं. 

महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर – basic physics in hindi gk facts

 

आई. सी. चिप सिलिका से बना उपकरण होता है, जिसका उपयोग कम्प्यूटर हार्डवेयर में किया जाता है.

 संगणकों (कम्प्यूटरों) के आई.सी. चिप प्रायः सिलिकॉन से बनाये जाते हैं.

 ब्रिटिश भौतिकशास्त्री एवं कम्प्यूटर विशेषज्ञ टिम बर्नर्स ली ने विश्व व्यापी संजाल (डब्ल्यू.डब्ल्यू.डब्ल्यू.) का आविष्कार एवं  प्रवर्तन किया. 

कम्प्यूटर के संदर्भ में RAM का तात्पर्य रेन्डम एक्सेस मेमोरी से है. 

वह युक्ति जिसके द्वारा आंकड़ों को टेलीफोन के माध्यम से बाइनरी सिग्लों की सहायता से भेजा जाता है, पोडेम कहलाता है 

कॉपरनिकस ने पहली बार कहा था कि पृथ्वी सूर्य के चारों ओर चक्कर लगाती है और पृथ्वी ब्रह्माण्ड का केन्द्र बिन्दु नहीं है.

 तारे का रंग उसके ताप का सूचक है.

 ‘ब्लैक होल’ अंतरिक्ष का ऐसा पिंड है जिसका घनत्व बहुत उच्च होता है, इस गुण के कारण वह किसी प्रकार के विकिरण को बाहर नहीं आने देता.

 वह सीमा, जिसके बाहर तारे आन्तरिक मृत्यु से ग्रसित होते हैं, चन्द्रशेखर सीमा कहलाती है.

 आकाश गंगा का स्वरूप सर्पाकार है,

 पृथ्वी के निकटतम दूरी पर स्थित ग्रह शुक्र है. 

एक जीवधारी के रूप में पृथ्वी का वैज्ञानिक नाम ग्रीन प्लेनेट है.

Physics

 कृत्रिम उपग्रह हमेशा पृथ्वी से पूर्वी दिशा में छोड़े जाते हैं क्योंकि पृथ्वी पश्चिम से पूर्व की ओर चक्कर लगाती है इसलिए उपग्रह को निकास वेग मिल जाता है.

 सी ऑफ ट्रांक्विलिटी चन्द्रमा पर वह स्थान है जहां मानव ने सर्वप्रथम पदार्पण किया था. 

हेल-बॉप’ एक पुच्छल तारा या धूमकेतु है. 

अमेरिका के नील आर्मस्ट्रांग अपोलो यान द्वारा 16 जुलाई, 1969 को चंद्रमा पर पहुंचने वाले प्रथम मानव थे. इनके साथ एडविन एलड्रिन भी थे.

. तुल्यकाली या भू-स्थिर उपग्रह लगभग 36000 कि.मी. की ऊंचाई पर स्थापित किया जाता है। 

मंगल पर वर्ष 2004 में जो पहला अमेरीकी यान पहुँचा, वह स्पिरिट था.

 सितंबर 2002 में भारत ने पैटसेट प्रक्षेपित किया.

 20 सितम्बर, 2004 को एड्सैट आरंभ किया गया, शैक्षणिक गतिविधियों से संबंधित यह विश्व में अपनी तरह का अनठा उपग्रह है.

 उच्चवेग की इकाई मैक, तरंगदैर्ध्य की इकाई ऐंग्स्ट्राम, दाब की इकाई पास्कल तथा ऊर्जा की इकाई जूल है.

कार्य का मात्रक जूल है. 

पास्कल दाब की इकाई है.

 एक माइक्रॉन 1/1000 मिलीमीटर के बराबर है.

 “एम्पीयर’ विद्युत करन्ट नापने की इकाई है. 

चालक की वैद्युत प्रतिरोधकता की इकाई ओम है. 

प्रकाश वर्ष दूरी की इकाई है। प्रकाश एक वर्ष में जितनी दूरी तय करता है वह दूरी एक प्रकाश वर्ष होती है

Physic Unit- basic physics in hindi gk facts

 

पारसेक दूरी की इकाई है जो 3.26 प्रकाश वर्ष के बराबर होता है. यह दूरी का सबसे बड़ा मात्रक है.

डेसीबेल वातावरण में ध्वनि नापने के लिये प्रयोग में लाया जाता है.

 बैरोमीटर से वायुमण्डलीय दाब की माप की जाती है.

 हाइड्रोमीटर से द्रवों के आपेक्षिक घनत्व की माप की जाती है.

 हाइग्रोमीटर से वायु की आर्द्रता मापी जाती है.

 मैनोमीटर से गैसों के दाब की माप की जाती है.

 एनीमोमीटर- वायु की चाल मापने का यंत्र है.

अमीटर- विद्युत धारा मापने का यंत्र है.

‘ टैकियोमीटर- गति मापने का यंत्र है.

पायरोमीटर – उच्च ताप मापने का यंत्र है.

 होलोग्राफी त्रि-आयाम में लेसर किरण की सहायता से छायाचित्र बनाने की तकनीक है.

 गेल्वेनोमीटर कम मात्रा की विद्युत धाराओं को मापने का यंत्र है,

रेडार का प्रयोग रेडियो तरंगों द्वारा वस्तुओं की उपस्थिति तथा अवस्थिति ज्ञात करने के लिए किया जाता है.

 सोनार से महासागर में डूबी हुई वस्तुओं की स्थिति जाना जा सकता है.

क्रायोजेनिक्स (-)150 डिग्री से कम तापमान में पदार्थों के व्यवहार का अध्ययन क्रायोजेनिक्स कहलाता है. क्रायोजनिक्स का अनुप्रयोग अंतरिक्ष यात्रा, शल्यकर्म एवं चुम्बकीय प्रोत्थापन में होता है. इस प्रौद्योगिकी का उपयोग भ-स्थिर उपग्रह प्रक्षेपण यान में किया जाता है