Aadi wasi- आदिवासी आंदोलन का इतिहास 12 वी सदी से

आदिवासी Aadi wasi आंदोलन का इतिहास, History of Tribal movement से संबंधित परीक्षा उपयोगी महत्वपूर्ण जानकारी

Aadi wasi Movement and Revolt आदिवासी आंदोलन-विद्रोह

1285-हीरा शाह कमाल हीरो, अफगानों के साथ रय्यासिंधोला में युद्ध करते वीर गति।
(हीरागढ़ देवगढ़ राज्य में एक गणराज्य था।)


1326-राजकुमारी हसला कुवारी का बलिदान अपनी जाति धर्म की रक्षा हेतु लांजीगढ़।

1564-23 जून को राजा वीर नारायण गढ़ मंडला मुगलों से युद्ध करते शहीद हुए।

1564-24 जून गढ़ा मंडला की गोंड महारानी दुर्गावती मुगलों से युद्ध करते शहीद हुई।
1575- मालवा में पूजा भील भुगलों से युद्ध करते शहीद हुए।
राजस्थान – भीलों द्वारा मुगल सेनाओं के विरूद्ध विद्रोह।
गुजरात – भील, मीणा लोगों का मुगलों के प्रति विद्रोह ।

Aadiwasi आदिवासीयों का अंग्रेजों के विरूद्ध विद्रोह

1750-तिलका माँझी बिहार में संथाल विद्रोह।
1780- नरहरि शाह मंडला के राजा का मराठों के प्रति विद्रोह।
1778-80 बिहार में पहाड़िया सरदारों का अंग्रेजों के प्रति विद्रोह।
1783- तलकार चन्द कुरुचिया नेता केरल में अंग्रेजों के विरूद्ध संघर्ष
1784-85 महाराष्ट्र में महादेव कोली का फ्रांसीसियों के साथ संघर्ष
1789- छोटा नागपुर तमाड़ संघर्ष अग्रेजों के विरूद्ध
1794-छोटा नागपुर तमाड़ संघर्ष अग्रेजों के विरूद्ध
1795- 1800 बिहार में अंग्रेजों के विरुद्ध चेरो संघर्ष।
1798- बिहार पंछेट स्टेट के बिक्री के विरूद्ध अग्रेजों से संघर्ष ।
1801- तामड़ विद्रोह।
1803- आन्ध्र में कोया (गोंड) दक्षिण गोदावरी क्षेत्र में अंग्रेजों के विरुद्ध विद्रोह।
1807-08 बिहार में मुण्डा विद्रोह।
1809- गुजरात में अंग्रेजों के विरूद्ध भीलों का संघर्ष।
1811-17 बिहार में भूमिहार, किसानों का अंग्रेजों के विरूद्ध विद्रोह।
1812- केरल में वायनाड़ कुरूचिया कुरूमारो का अंग्रेजों के विरूद्ध विद्रोह।
1817- राजस्थान और गुजरात में पंडया भील, बुद्री भील, सुखाभील, का मराठों और अग्रेजों के विरूद्ध विद्रोह।
1818- महाराष्ट्र में मराठों एवं अंग्रेजों के संयुक्त सेना पर कोलों का आक्रमण।
1816-24 असम में वर्मा सेना के विरूद्ध नागा विद्रोह।
1820-26-32 बिहार में मुण्डा विद्रोह अंग्रेजों के खिलाफ विद्रोह।सादिया में अंग्रेजो के विरुद्ध सिंगयो नागाओं का संघर्ष

मिशमी जातियों का अंग्रेजों पर हमला।
1828-गुमघर कुवर द्वारा अंग्रेजों पर हमला।
सिंगपो नागाओं द्वारा सादिया में अग्रेजों पर आक्रमण।
1829- असम के खासी संघर्ष तीर से अंग्रेजों की हत्या की गयी।
1831-32 महाराष्ट्र में अंग्रेजों के विरूद्ध कोल संघर्ष।
1832- बिहार में मानभूमि में गंगा नारायण सिंह द्वारा अंग्रेजों के प्रति विद्रोह।
1832-33 हजारी बाग में भागीरथ के नेतृत्व में खैरवार लोगों का विद्रोह।
1833- बिहार में सिंहभूमि क्षेत्र में हो जाति का अंग्रेजों के प्रति विद्रोह।
1834-41 असम में लशाईयों जनजाति द्वारा अंग्रेजों पर हमला।
1835- नेफा जनजाति पहाड़ियों में डाक लाओं और राजा द्वारा अंग्रेजों पर हमला।
1838-गुजरात बंजारा नायक, अग्रेजों के साथ संघर्ष ।
1839-असम में नागाओं द्वारा विद्रोह और अंग्रेजों की हत्या। बम्पति असम संघर्ष।
1840-42- पश्चिमी बंगाल में कोया (गोंड) जाति के 7 लोगों का अंग्रेजोंके विरुद्ध विद्रोह।
आंध्र तमिल, कर्नाटक, केरल में कोया (गोंड) अनादि,येरूकुल कोट आदि स्थानों में अंग्रेजों के प्रति विद्रोह किए।
1840-42 आंध, इरूला, भाला, कुरयानं तथा टोग मण्यम आदि स्थानों में चन्दुरया कोया (गोंड) जमात के लोगों ने अंग्रेजों के विरुद्ध विद्रोह किया।
तमिलनाडु – नैकाड़ा, भारती, यराव महाराष्ट्र में – उमा,बंजारा, नाईक का अंग्रेजों के प्रति विद्रोह ।
कर्नाटक-वीरप्पा कुर्गी, पुरटुवसप्पा, द्वारा पुलायन,
पानौयान, करदर में अंग्रेजो के विरुद्ध विद्रोह।
गुजरात- जोरिया भगत का अंग्रेजों के प्रति विद्रोह।
मध्य भारत- टांटिया मामा, खरगोन में निमाड़ में अंग्रेजों के विरुद्ध विद्रोह किया।
1841- आंध्र भीम कुमरा आदिलाबाद जिला में कोया (गोंड) समाज का विद्रोह
केरल कुरुलिया कुरूमेरा में अंग्रेजों के विरुद्ध विद्रोह ।
1842 बस्तर (छत्तीसगढ़ ) में कोइतूर (गोंड Aadi wasi ) लोगों द्वारा केण्टन ब्लेड के अंग्रेजी सेना पर आक्रमण।
1843-49 सिंगपो मुखिया, नीरंग फिडू अंग्रेजों पर पर हमला उड़ीसा में।
1846 गुजरात में कंवर जीवों वसोवा के द्वारा अंग्रेजों पर भील आक्रमण।
1850-उड़ीसा चक्र विशोई का विद्रोह।
1854-बिहार में संथाल विद्रोह।
1855-मिशमी सिद्ध मुडा बिहार में मणिपुर नागाओं पर अंग्रेजों का हमला।
1856 -छत्तीसगढ़ में वीर नारायण सोनाखान अंग्रेजों के विरुद्ध विद्रोह।
1857-अंग्रेजों के साथ संघर्ष 10 दिसम्बर को शहीद।
1857-शंकर शाह, रघुनाथ शाह, को मराठों ने अंग्रेजों से मिलकर फांसी दिलाई।
हरि नाईक रामोशी-काशी-मराठा अंग्रेजों के संयुक्त सेना के साथ संघर्ष।
भागोजी नाइक, काजरसिंह के नेतृत्व में अंग्रेजों पर हमला।
सम्बलपुर- उडीसा म.प्र.।
शिवराज सिंह, डॉ. हनुमान सिंह, यादव राज, बाबूराम ने अंग्रेजों के विरुद्ध विद्रोह।

आदिवासीयों का अंग्रेजों के विरूद्ध विद्रोह

1858- महाराष्ट्र – बाबूराव गोंड लोगों द्वारा पुलेश्चर पेंदार नांदघोरी,व्यग्टेश्वर राजेश्वर, सेडमाके आवापल्ली घोट आदि पर अंग्रेजों के विरूद्ध विद्रोह।
म.प्र. रानी करणावन्ती, रामगढ़, (मंडला) रानी लक्ष्मीवाई
अहिरी स्टेट, रानी नर्मदा बाई सेडभाके, रानी सावित्री बाई पंदार, .रानी केसर बाई बामण गांव स्टेट।
रानी तिलका लांजी (देवगढ़)।
चन्द्रशाह-चौरागढ़, सीतारामशाह सतपुड़ा, भागलशाह
मेवाड़, देवनाथशाह बालाघाट, लच्छुशाह मकड़ाई,
भीकमशाह बन्ध सारंगढ़, टिकमशाह बन्धु सारंगढ़ रानी
कमलावती भोपाल, राजकुमारी रतनकुमारी भोपाल,
राजकुमारी सुगन कुवांरी फुलझर स्टेट, राजकुवारी कपिला फुलझर स्टेट।
गुजरात में नायक दास द्वारा अंग्रेजों के विरुद्ध संघर्ष असम के दीवान मणिराम सारिंग के राजा का अंग्रेजों के खिलाफ विद्रोह।
1869-70 आंध्र कोया संघर्ष ।
1871-72 धनबाद में संथाल उरांव का विद्रोह अंग्रेजों के विरूद्ध ।
1880-उडीसा में कोया गोंड संघर्ष मलकानगिरी तस्मनडोर में।
1889-मुण्डा विद्रोह बिरहोन्ड काथा, सोंसो बोंगी में गुमला जन्ना उराँव (कुटुम्ब) का अंग्रेजों के खिलाफ विद्रोह।
1890-बिहार, रोहतासगढ़, उरांव (कुटुम्ब) का अंग्रेजों के खिलाफ विद्रोह।
1891-मणिपुर, संघर्ष-तिकेन्द्रीय सिंह के द्वारा।
1859-टात्या भील अंग्रेजों के विरुद्ध संघर्ष ।
1860-लुशाई मुखिया द्वारा त्रिपुरा में अंग्रेजों के खिलाफ विद्रोह।
1861-उड़ीसा में फुलीगुडी में कोया गोंड किसानों का अंग्रेजों का संघर्ष जुआंग।
1862 -आंध में कोया मुट्ठादारों का अंग्रेजों के प्रति विद्रोह।
1867- अन्डमान द्वीप में हम्पी विद्रोह।
1868- गुजरात में जोरिया भगत द्वारा अंग्रेजों के खिलाफ विद्रोह।
1869- काम रूप और दारंग में रायग में संघर्ष, नागाओं का संघर्ष,
सिंगपों के बीच अंग्रेजों और नागाओं का संघर्ष।
1869- धनबाद में टण्डी के राजा द्वारा विद्रोह।
1895-बिरसा मुण्डा का विद्रोह।
1898-1900 बिरसा मुण्डा का संथाल परगना, छोटा नागपुर में अंग्रेजों के विरूद्ध विद्रोह

Aadiwasi -Tribal movement 1900 के बाद

1910-बस्तर-रुद्रप्रताप पंडा बैजनाथ अंग्रेजों के खिलाफ विद्रोह। भूमकाल विद्रोह गुंडाधूर प्रमुख
1910-11 छत्तीसगढ़ बस्तर में अंग्रेजों के खिलाफ Aadi wasi गोंड माडिया, हल्वा का विद्रोह।
1913-14 ताना-भगत बिहार में विद्रोह ।
1910-21
1921- मोपला बिद्रोह।
1922- अल्लूरो, सीताराम, राजू के द्वारा आंध्र में रम्पा संघर्ष ।
1922- श्यामलाल सोम रूद्री नवागांव- सुखराम नागे मगऊराम नेताम (रायपुर) विद्रोह
1927- संथाल-बिहार, बंगाल में शक्ति के प्रती काली कंकाली का पूजा कोया, संथाल और मुण्डाओं ने अंग्रेजों से युद्ध करने पूजा शुरू किया।

संथाल सिद्धो कान्हू चांद और भैरो का नेतृत्व में विद्रोह।
1930- जंगल विद्रोह-धानू गोंड, मंडला, वीरशाह बैतूल, ननकू घड़ाडोगरी. केला किराड उदय, गजनसिंह बेचू कोरकू बैतूल, बुढान शाह पिथोरा, भुजबल पिथौरा!
1932- रानी गाईदिल्यु के द्वारा नागा संघर्ष ।
1941- आंध्र में भूमि के लिए गोंडों और कोलों का अंग्रेजों के खिलाफ विद्रोह।
1942- कोरापुट उड़ीसा में लक्ष्मण नायक द्वारा संघर्ष ।
1945-45 अण्डमानी ओंगीओं द्वारा जापानी सेना के साथ विद्रोह।
गाजाराम धुर्वे, गबूराम कोकोड़े, पंछी पोलासू धुर्वे, आष्टी
संग्राम बैतूल छिदवाड़ा अंग्रेजों के विरुद्ध विद्रोह।
1942-45 ढिल्लन शाह-नरसिंगपुर घोडाडोंगरी-बिरसा गोंड, जिर्रा, ननकू गोंड उदय बैतूल।

  1. मधुकर शाह-नरसिंगपुर। आदिवासी Aadi wasi आंदोलन का इतिहास,आपको पसंद आया तो जरूर शेेेयर करें

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